Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2023 · 1 min read

क्या वैसी हो सच में तुम

चाहता हूँ मैं जैसा साथी, क्या वैसी हो सच में तुम।
क्या मुझको खुश रख सकती हो,हमेशा सच में तुम।।
चाहता हूँ मैं जैसा साथी——————।।

यह जो मेरी हस्ती है , यह अपने दम पर बनाई है।
यह जो मेरी दौलत है, यह मेरे लहू की कमाई है।।
क्या मुझको आबाद रख सकती हो, ऐसे सच में तुम।
चाहता हूँ मैं जैसा साथी ———————–।।

जो बचे हैं ख्वाब मेरे, क्या उनको तुम करोगी पूरे।
बोलो तुम नहीं दिखावोगी, कभी भी मुझको नखरे।।
मानोगी क्या मेरी हर बात, दिल से बोलो सच में तुम।
चाहता हूँ मैं जैसा साथी—————–।।

किसी मुसीबत में अब जीना, मैं नहीं चाहता कभी।
अपनी खुशी का सौदा किसी से, मैं नहीं चाहता कभी।।
जैसा मैं तुमको रखूँगा, वैसे रहोगी क्या सच में तुम।
चाहता हूँ मैं जैसा साथी ———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बह रही थी जो हवा
बह रही थी जो हवा
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
चुनौती हर हमको स्वीकार
चुनौती हर हमको स्वीकार
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
Rj Anand Prajapati
मजदूरों के साथ
मजदूरों के साथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
शेखर सिंह
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
Shekhar Chandra Mitra
गुमनाम राही
गुमनाम राही
AMRESH KUMAR VERMA
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
*सर्वदा सबके लिए,सब भाँति सद्-व्यवहार हो (मुक्तक)*
*सर्वदा सबके लिए,सब भाँति सद्-व्यवहार हो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
देवतुल्य है भाई मेरा
देवतुल्य है भाई मेरा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*कौन-सो रतन बनूँ*
*कौन-सो रतन बनूँ*
Poonam Matia
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गीत गाने आयेंगे
गीत गाने आयेंगे
Er. Sanjay Shrivastava
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
Dr Shweta sood
रामलला
रामलला
Saraswati Bajpai
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3290.*पूर्णिका*
3290.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Choose yourself in every situation .
Choose yourself in every situation .
Sakshi Tripathi
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे
बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे
देवराज यादव
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
DrLakshman Jha Parimal
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
Dr MusafiR BaithA
खंडहर
खंडहर
Tarkeshwari 'sudhi'
हर वक़्त तुम्हारी कमी सताती है
हर वक़्त तुम्हारी कमी सताती है
shabina. Naaz
हार का पहना हार
हार का पहना हार
Sandeep Pande
जगत का हिस्सा
जगत का हिस्सा
Harish Chandra Pande
"सूरत और सीरत"
Dr. Kishan tandon kranti
आदमी बेकार होता जा रहा है
आदमी बेकार होता जा रहा है
हरवंश हृदय
Loading...