जो तुम दक्ष हो ।
जो तुम दक्ष हो,
करते तुम पर गर्व हैं,
शान हो, अभिमान हो,
सेवा करते, करते सम्मान हो,
संस्कार हैं, करते सब प्यार हैं,
दक्ष होना भी अनिवार्य है,
पढ़े-लिखे समझदार हो,
देते खुशियांँ अपार हो,
हर गली में खबर है,
होनहार हो,
विद्यार्थी तुम एक संसार हो,
गुरुजनों का आशीर्वाद हो,
ज्ञान और संस्कार तुम में,
दोनों का समन्वय है,
विद्यार्थी जीवन से बना सफल इंसान हो।
# बुद्ध प्रकाश