जो घर परिवार के खातिर सभी कुछ त्याग सकता है।
गज़ल
काफिया- आ स्वर की बंदिश
रदीफ़- है
1222……..1222……..1222…….1222
जो घर परिवार के खातिर सभी कुछ त्याग सकता है।
पिता होने का गौरव बस उसी को प्राप्त होता है।
हमारे घर में कोई चोर या डाकू न घुस पाए,
इसी के वास्ते तैनात चौकीदार होता है।
लगाओ जोर से आवाज जो सरकार तक पहुंचे,
कि मां भी दूध देती जब के बच्चा खूब रोता है।
वही मिलता है फल जो प्राप्त होता ईश वंदन से,
जो इंसा रोज ही मां बाप के चरणों को छूता है।
जो प्रेमी प्यार करता है समझ भगवान की पूजा,
वो राधा या कि मीरा या वो बाबा नंद होता है।
…….✍️ सत्य कुमार प्रेमी
द हाइड पार्क, सेक्टर 78, नोएडा
गौतमबुद्ध नगर, उ प्र.