Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2023 · 1 min read

जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा ।

जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा ।
दर्द चाहत में मिले सहना पड़ेगा ।

वक्त की आवाज़ सुनकर जाग जाओ,
तुमको दरिया की तरह बहना पड़ेगा ।

✍️ अरविन्द त्रिवेदी
उन्नाव उ० प्र०

1 Like · 195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Arvind trivedi
View all
You may also like:
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
2929.*पूर्णिका*
2929.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
*प्रणय प्रभात*
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
Taj Mohammad
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
होली
होली
Madhavi Srivastava
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Srishty Bansal
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
gurudeenverma198
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
अन्न का मान
अन्न का मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"सत्य"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
Mahendra Narayan
* वेदना का अभिलेखन : आपदा या अवसर *
* वेदना का अभिलेखन : आपदा या अवसर *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरी बेटी
मेरी बेटी
लक्ष्मी सिंह
*शिक्षक जी को नमन हमारा (बाल कविता)*
*शिक्षक जी को नमन हमारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
Rj Anand Prajapati
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
आर.एस. 'प्रीतम'
हम तुम्हें लिखना
हम तुम्हें लिखना
Dr fauzia Naseem shad
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Whenever things got rough, instinct led me to head home,
Manisha Manjari
अनकहा
अनकहा
Madhu Shah
*** चल अकेला.....!!! ***
*** चल अकेला.....!!! ***
VEDANTA PATEL
माँ की दुआ
माँ की दुआ
Anil chobisa
"मुखौटे"
इंदु वर्मा
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
मैंने एक चांद को देखा
मैंने एक चांद को देखा
नेताम आर सी
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...