जैलसी
तू दर्द में है मुलजिम
क्योकि तेरा यार खुश है
ये हाल बेहाल तेरा
क्योकि तेरा यार खुश है ।
शिकायत हे खुदा से
और बेबफाई है
ख़ुशी से तुझको
क्योकि
तेरा यार खुश है ।
ये हजामत तेरी
बिखरी-बिखरी
तेरे हुश्न की आबरू
उजड़ी-उजड़ी
तेरी आँखों में छाई
ये गर्दिशों के घेरे
तेरी आबो हवा पर
लगी वंदिशेँ के पहरे ।
क्योकि तेरा यार खुश है ।