!! जेब गर्म तो रिश्ते गर्म !!
आजमा लो, जिन्दगी में
अगर सच न हो तो बता देना
अगर जेब में रखा है पैसा
तो सब रिश्ते पास आ जाते हैं
बुरा वक्त सभी पर आता है
यह सोच रखनी जरूरी है
उस वक्त ही पता चलता है सबका
की कोण कितना काम आना जरूरी है
रिश्तों की गर्मी बस धन से है
मन के तो चलते ही रहते हैं
कोन अपना है कोन पराया
दुःख में ही सब तब दीखते हैं
न करो घमंड कभी इस माया पर
यह कभी किसी की नहीं होती है
आज यहाँ है मेरे पास अनगिनत
कल यही तो मुझ को धोखा देती है
माय और काया का गुमान न कर
ओ इंसान यह कभी भी साथ छोड़ देती है
“करूणाकर” ने भी खूब देखा दुनिया को
वकत आने पर कभी साथ न देती है
अजीत कुमार तलवार
मेरठ