जुर्रत
ऐसा नहीं की उसने धोखा देने की, ज़ुर्रत न की।
बस.. बदनाम न हो जाएं वो, इस बात से डरते हैं।
उन्हें तो शायद रास न आई मोहब्बत मेरी,
पर हम तो मोहब्ब्त उन्हीं से, आज भी करते हैं।।
ऐसा नहीं की उसने धोखा देने की, ज़ुर्रत न की।
बस.. बदनाम न हो जाएं वो, इस बात से डरते हैं।
उन्हें तो शायद रास न आई मोहब्बत मेरी,
पर हम तो मोहब्ब्त उन्हीं से, आज भी करते हैं।।