जुदाई
मुझे ठुकरा कर तो जा रहे हो तुम ,
याद रखना बहुत पछताओगे तुम ,
जब कभी तन्हा रहोगे तुम ,
तब मुझे अपने दिल के करीब पाओगे तुम ,
जिंदगी में कुछ ऐसे मरहले भी आते हैं ,
जब हमें अपने बहुत ही याद आते हैं ,
संगदिल दुनिया जब दर्द देती है ,
तब हमें अपने हमदर्द की तलाश रहती है ,
रह-रह कर अपनों से जुदाई का एहसास होता है ,
जिंदगी भर ये ग़म दिल में पैवस्त हो सालता है।