Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2021 · 1 min read

जी चाहता है

तेरी जुल्फों के साए में सो जाने को जी चाहता है,
तेरी नशीली आंखों में खो जाने को जी चाहता है,
चाहत है मेरी अब ये साथ कभी नही छूटे अपना,
जिंदगी को जुदा अंदाज में जिए जाने को जी चाहता है।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश

Language: Hindi
432 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all
You may also like:
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
23/118.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/118.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
- शेखर सिंह
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
Manoj Mahato
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
gurudeenverma198
रागी के दोहे
रागी के दोहे
राधेश्याम "रागी"
मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष
मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
बाघों की चिंता करे,
बाघों की चिंता करे,
sushil sarna
आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद।
आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद।
Dr. Sunita Singh
■ वही हालात बेढंगे जो पहले थे वो अब भी हैं।
■ वही हालात बेढंगे जो पहले थे वो अब भी हैं।
*प्रणय प्रभात*
जीवन है चलने का नाम
जीवन है चलने का नाम
Ram Krishan Rastogi
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अभिमान  करे काया का , काया काँच समान।
अभिमान करे काया का , काया काँच समान।
Anil chobisa
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
Pramila sultan
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
Vijay kumar Pandey
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
कवि दीपक बवेजा
*कविवर शिव कुमार चंदन* *(कुंडलिया)*
*कविवर शिव कुमार चंदन* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मोलभाव
मोलभाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जज़्बात - ए बया (कविता)
जज़्बात - ए बया (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
" चश्मा "
Dr. Kishan tandon kranti
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
The Moon and Me!!
The Moon and Me!!
Rachana
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...