जी चाहता है
तेरी जुल्फों के साए में सो जाने को जी चाहता है,
तेरी नशीली आंखों में खो जाने को जी चाहता है,
चाहत है मेरी अब ये साथ कभी नही छूटे अपना,
जिंदगी को जुदा अंदाज में जिए जाने को जी चाहता है।
संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश
तेरी जुल्फों के साए में सो जाने को जी चाहता है,
तेरी नशीली आंखों में खो जाने को जी चाहता है,
चाहत है मेरी अब ये साथ कभी नही छूटे अपना,
जिंदगी को जुदा अंदाज में जिए जाने को जी चाहता है।
संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश