Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2024 · 1 min read

जी आजाद इस लोकतंत्र में

शीर्षक- जी आज़ाद इस लोकतंत्र में
——————
जी आज़ाद इस लोकतंत्र में,
कौन हुआ है आज़ाद और आबाद ?
और कौन हुआ है बर्बाद ?
क्यों बढ़ती जा रही गरीबी वट की तरह ?
क्यों कम नहीं हुई बेरोजगारों की कतार ?

आदमी के पसीने और डिप्लोमा- डिग्री की,
क्यों घट रही है आज कीमत ?
इस निजीकरण में कौन होगा आबाद ?
कौन बनेगा शिक्षा का मालिक ?
सिर्फ वो ही जिनके पास है खूब पैसा,
और बाकी आबादी होगी उनकी गुलाम।

जिनका है अधिकार कारखानों पर,
क्यों होंगे वो फकीर ?
नारा लगाया जाता है,
कि न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी देना,
एक कानूनी अपराध है,
संविधान में सबको जीने का,
समान अधिकार है,
लेकिन क्या हकीकत में इंसाफ है ?
जी आज़ाद इस लोकतंत्र में।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी. आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब तो आ जाओ कान्हा
अब तो आ जाओ कान्हा
Paras Nath Jha
आंखें
आंखें
Ghanshyam Poddar
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
Chaahat
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
अच्छे दोस्त भी अब आंखों में खटकने लगे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"बुरा न मानो होली है"
Dr. Kishan tandon kranti
यदि आपका चरित्र और कर्म श्रेष्ठ हैं, तो भविष्य आपका गुलाम हो
यदि आपका चरित्र और कर्म श्रेष्ठ हैं, तो भविष्य आपका गुलाम हो
Lokesh Sharma
कविता : नारी
कविता : नारी
Sushila joshi
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"" *तस्वीर* ""
सुनीलानंद महंत
"क्रोधित चिड़िमार"(संस्मरण -फौजी दर्शन ) {AMC CENTRE LUCKNOW}
DrLakshman Jha Parimal
🔘सुविचार🔘
🔘सुविचार🔘
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
Shweta Soni
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
कवि दीपक बवेजा
नित्य अमियरस पान करता हूँ।
नित्य अमियरस पान करता हूँ।
Ramnath Sahu
किसकी कश्ती किसका किनारा
किसकी कश्ती किसका किनारा
डॉ० रोहित कौशिक
এটাই সফলতা
এটাই সফলতা
Otteri Selvakumar
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
Arvind trivedi
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
Rj Anand Prajapati
■ न तोला भर ज़्यादा, न छँटाक भर कम।। 😊
■ न तोला भर ज़्यादा, न छँटाक भर कम।। 😊
*प्रणय प्रभात*
23/127.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/127.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
जय श्री राम।
जय श्री राम।
Anil Mishra Prahari
* खूब कीजिए प्यार *
* खूब कीजिए प्यार *
surenderpal vaidya
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
Time and tide wait for none
Time and tide wait for none
VINOD CHAUHAN
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
Loading...