जीवन है चलने का नाम
जीवन है चलने का नाम,
चलते रहो सुबह व शाम।
अपने को बुड्ढा न समझो,
अपने को कूड़ा न समझो।
करते रहो नित्य अपने काम,
जीवन है चलने का ही नाम।।
गीत चुटकले सबको सुनाओ,
जो आता है उसको सुनाओ।
आप हंसो दूसरे को भी हंसाओ,
जीवन में किसी को न रुलाओ।
पर खान पान पर रक्खो लगाम,
जीवन है चलने का ही नाम।।
करो न तुम अकेलापन महसूस,
करो न तुम भारीपन महसूस
कभी न अपने को अकेला छोड़ो
छोटे बच्चो के साथ नाता जोड़ो।
खेलो उनके साथ सुबह शाम।
जीवन है चलने का ही नाम।।
सुबह शाम तुम टहलने जाओ,
जीवन का तुम ये नियम बनाओ।
खुले पार्क में तुम रोजाना जाओ,
हल्का फुल्का व्यायाम करके आओ।
जीवन मे इसका न होवे कभी विराम,
जीवन है चलने का ही नाम।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम