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29 Jul 2017 · 1 min read

जीवन हैं एक मेला

जीवन है एक मेला,
उलझनाे का है झमेला,
लगे है खुशियों के झूले,
भटककर हम उनकाे भूले,
पग पग पर लगे है कुंए माैत के,
अच्छी साेच, सच्ची चाह संग है दाेस्त के,
जीवन में भर लाे अपनाे के रंग,
हर पल लगेगा सुहाना उनके संग,
जीना है चलकर,
मुड़ना नही डरकर,
।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
230 Views
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