Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2021 · 1 min read

जीवन हवन (कविता)

जीवन कर्मशीलता का एक हवन है
संघर्ष की यहाँ चलती रोज पवन है
तू ठहरना मत पीछे कभी मुडना मत
सफलता का यही अडिग नियम है
काटना सीख तू विफलता के वृक्ष को
सफलता की तेज तलवार तू स्वयं है
बढ आगे कंक्रीट के कटीले मार्ग पर
वीर योद्धाओं का यही बस चयन है
विषमताये सफलता की है कुंजी
कामयाबी का मात्र बस यही हवन है
फहराते वही अन्तिम विजय ध्वज
जीवन मे जिसके संघर्ष सघन है।
निराशा में जगमग कर नई आशाएँ
तू विजय सूर्य की नूतन किरण है।

मोहित शर्मा स्वतंत्र गंगाधर

Language: Hindi
1 Comment · 534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शुभ दिवाली
शुभ दिवाली
umesh mehra
हँसकर गुजारी
हँसकर गुजारी
Bodhisatva kastooriya
"वक्त के पाँव में"
Dr. Kishan tandon kranti
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे
ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे
VINOD CHAUHAN
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
💐प्रेम कौतुक-313💐
💐प्रेम कौतुक-313💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
अर्थार्जन का सुखद संयोग
अर्थार्जन का सुखद संयोग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
shabina. Naaz
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Tumko pane ki hasrat hi to thi ,
Sakshi Tripathi
जीवन है मेरा
जीवन है मेरा
Dr fauzia Naseem shad
बूढ़ी माँ .....
बूढ़ी माँ .....
sushil sarna
तुम मन मंदिर में आ जाना
तुम मन मंदिर में आ जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नौ फेरे नौ वचन
नौ फेरे नौ वचन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
कवि दीपक बवेजा
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
Phool gufran
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
मैं और तुम-कविता
मैं और तुम-कविता
Shyam Pandey
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो पुराने सुहाने दिन....
वो पुराने सुहाने दिन....
Santosh Soni
तेरे लिखे में आग लगे / © MUSAFIR BAITHA
तेरे लिखे में आग लगे / © MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मे कोई समस्या नहीं जिसका
मे कोई समस्या नहीं जिसका
Ranjeet kumar patre
■ रहस्यमयी कविता
■ रहस्यमयी कविता
*Author प्रणय प्रभात*
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...