जीवन सरल चाहते हो तो
जीवन सरल चाहते हो तो
संघर्ष कहां कर पाओगे
अमृत पान की चाहत लेकर
कष्ट कहां से पाओगे..!
गर कष्ट ना देखा जीवन में तो
दर्द कहां से लाओगे?
और दर्द से बढ़कर इस दुनिया में
गुरु कहां से पाओगे..!
तुम कह दो तो अपने दिल को
अंगारों का द्वार मान लूं
तुम कह दो तो गरल कलश को
मैं अपना उपहार मान लूं
ये उपहार अगर जीवन में
प्राप्त नहीं कर पाओगे
अमृतपान की चाहत लेकर
कष्ट कहां से पाओगे..!
@करन केसरा