Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2021 · 1 min read

भागदौड़ भरी जिंदगी

जीवन की इस दौड़ में मची है आपा-धापी,
काल के इस चक्र से रहा न कोई बाकी ।
भा-गम-भाग भरे इस जीवन में,
सांस लेने की भी नहीं है फुरसत ।
समय नहीं हैं – समय नहीं है,
अब कितनी और है जरूरत।
इसको देखो उसको देखो किसी के पास समय नहीं है,
आखिर ये गया कहां है, जो किसी के पास नहीं है ।
कहते हैं कि इस भागदौड़ भरी जिंदगी में,
थकना मना है ।
अरे थकना मना क्यों न हो ?
क्योंकि थकने के लिये समय नहीं बना है ।
जिधर देखो उधर दौड़ती भीड़ नजर आती है,
फिर भी ये जिंदगी थमती सी नजर आती है ।
आपसी मेल मिलाप हो या भाई-चारा,
सिर्फ ऊपरी दिखाई पड़ते हैं।
एक-दूजे के लिये समय नहीं है,
फिर भी ये रिश्ते मजबूरी में निभाने पड़ते हैं ।
क्यों मजबूर है आज का इंसान,
मात्र दिखाबे के लिये ।
साजो-सामान जुटाने के लिये,
समाज में अपना फोकस दिखाने के लिये ।
बंद करो ये आपा-धापी,
चैन से सांस ले-ओ रे ।
मत भागो दुनिया के पीछे,
कुछ अपने लिये भी समय निकालो रे ।
इसको पकडो़ उसको बांधो,
कहीं हाथ से निकल न जाय ।
एक बार जो गया हाथ से,
का पाछै पछताय ।।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 2353 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी की अहमियत
ज़िंदगी की अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
ruby kumari
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
‘’The rain drop from the sky: If it is caught in hands, it i
Vivek Mishra
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना  महत्व  ह
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
Satya Prakash Sharma
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
Mahendra Narayan
“हिचकी
“हिचकी " शब्द यादगार बनकर रह गए हैं ,
Manju sagar
*नासमझ*
*नासमझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भस्मासुर
भस्मासुर
आनन्द मिश्र
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल  ! दोनों ही स्थितियों में
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल ! दोनों ही स्थितियों में
Tarun Singh Pawar
दिवाली त्योहार का महत्व
दिवाली त्योहार का महत्व
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शाश्वत और सनातन
शाश्वत और सनातन
Mahender Singh
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
राधे राधे happy Holi
राधे राधे happy Holi
साहित्य गौरव
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
Basant Bhagawan Roy
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माँ!
माँ!
विमला महरिया मौज
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हो जाऊं तेरी!
हो जाऊं तेरी!
Farzana Ismail
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-341💐
💐प्रेम कौतुक-341💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृद
Radhakishan R. Mundhra
खेल करे पैसा मिले,
खेल करे पैसा मिले,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सीख
सीख
Dr.Pratibha Prakash
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...