जीवन का हैप्पी मंत्र
रहना
हर अवस्था में
खुश
है यही
जिन्दगी का
मूलमंत्र
आते रहते
सुख-दुःख
चलता रहता
जीवन अनन्त
आती हैं
जिन्दगी में
अवस्था तीन
बाल्य किशोर और वृद्ध
बनों
हर हाल में
ईमानदार और
शानदार
रखो
माता पिता
को साथ
सर पर हो
उनका हाथ
न बिसराओ उनको
चाहे हो गरीब अवस्था
करो समझौता
हर अवस्था से
हार नहीं
मानना है
यही तो है
जीवन मंथन
यही है
ईश नाट्य मंचन
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल