********** जीवनसाथी ***********
किसने मुझको सफल बनाया,
जीवनसाथी तूने।
जीवन का हर पाठ पढ़ाया,
जीवनसाथी तूने।
डर को मन से किसने भगाया,
जीवनसाथी तूने।
सपने बुनना किसने सिखाया,
जीवनसाथी तूने।
पंख फैलाकर आसमान में
तूने उड़ना सिखाया।
तूने ही तो चाहतों को
पूरा करना सिखाया।
सोई थी मैं, खोई थी मैं,
पर नींद से मुझको किसने जगाया,
जीवनसाथी तूने।
किसने मुझको …………….
जीवनसाथी तूने
खुद को नहीं जानती थी मैं,
अपने को नहीं पहचानती थी मैं,
मुझको मुझसे ही मिलवाया,
जीवनसाथी तूने।
किसने मुझको…………….
जीवनसाथी तूने।
जीवन का हर पाठ पढ़ाया ,
जीवनसाथी तूने।
# श्वेता आनंद #