तीजनबाई
तीजनबाई आपका, अभिनन्दन हर छोर
नाट्य पंडवानी कला, गूँजती चहूँ ओर
गूँजती चहूँ ओर, मंच पे कोयल कूके
तन्मयता के संग, क्षणिक पलकें ना चूके
महावीर कविराय, धन्य हो तुम हे माई
करतल ध्वनि के साथ, पुकारें तीजनबाई
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तीजनबाई आपका, अभिनन्दन हर छोर
नाट्य पंडवानी कला, गूँजती चहूँ ओर
गूँजती चहूँ ओर, मंच पे कोयल कूके
तन्मयता के संग, क्षणिक पलकें ना चूके
महावीर कविराय, धन्य हो तुम हे माई
करतल ध्वनि के साथ, पुकारें तीजनबाई
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