जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
तेरे नाम से ऐ जाना खुद को संवारती हूं।
तुझे क्या लिखूं ऐ हमदम तू ही तो आसरा है ।
दिन रात तेरी सूरत को ही निहारती हूं ।।
Phool gufran
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
तेरे नाम से ऐ जाना खुद को संवारती हूं।
तुझे क्या लिखूं ऐ हमदम तू ही तो आसरा है ।
दिन रात तेरी सूरत को ही निहारती हूं ।।
Phool gufran