Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2024 · 1 min read

जिसने शौक को दफ़्नाकर अपने आप से समझौता किया है। वह इंसान इस

जिसने शौक को दफ़्नाकर अपने आप से समझौता किया है। वह इंसान इस दुनिया में हर चीज़ का त्याग कर सकता है।।

1 Like · 72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
Neelofar Khan
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
शेखर सिंह
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
Ranjeet kumar patre
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
सुबह की एक कप चाय,
सुबह की एक कप चाय,
Neerja Sharma
भूख सोने नहीं देती
भूख सोने नहीं देती
Shweta Soni
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
वसंत - फाग का राग है
वसंत - फाग का राग है
Atul "Krishn"
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
अब तू किसे दोष देती है
अब तू किसे दोष देती है
gurudeenverma198
तितलियां
तितलियां
Adha Deshwal
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
है शिव ही शक्ति,शक्ति ही शिव है
है शिव ही शक्ति,शक्ति ही शिव है
sudhir kumar
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
Vicky Purohit
Monday Morning!
Monday Morning!
R. H. SRIDEVI
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
भाषाओं पे लड़ना छोड़ो, भाषाओं से जुड़ना सीखो, अपनों से मुँह ना
DrLakshman Jha Parimal
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
23/196. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/196. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*युद्ध*
*युद्ध*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुंदेली दोहा- चंपिया
बुंदेली दोहा- चंपिया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Perceive Exams as a festival
Perceive Exams as a festival
Tushar Jagawat
हिन्दी
हिन्दी
Dr.Pratibha Prakash
सज़ा-ए-मौत भी यूं मिल जाती है मुझे,
सज़ा-ए-मौत भी यूं मिल जाती है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...