Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2020 · 1 min read

जिसके जान से ही मेरी पहचान है ।

जिसके जान से ही मेरी पहिचान है,
तुम नही तो दिन मेरा सूनसान है।
नजरे है कटीली दिलपर आ लगी,
आंखे तो उसकी पूरी धनुष का बान है।
आने लगी हवा के झोके से पास मे,
सब जानते है वो मेरी दिल ओ जान है।
आवाज दे रहा हूं करीब आओ तुम,
वो तो मेरी सुबह की पहली अजान है।
छेड़ दोगे मेरे तंत्री को जब कभी,
निकले जो स्वन वो सुंदर सी गान है ।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र

Language: Hindi
3 Likes · 453 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सरस्वती वन्दना*
*सरस्वती वन्दना*
Ravi Prakash
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
ये मतलबी दुनिया है साहब,
ये मतलबी दुनिया है साहब,
Umender kumar
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो
Ajay Mishra
Y
Y
Rituraj shivem verma
पश्चिम का सूरज
पश्चिम का सूरज
डॉ० रोहित कौशिक
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
Acharya Rama Nand Mandal
जय हो कल्याणी माँ 🙏
जय हो कल्याणी माँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"फर्क बहुत गहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
भरमाभुत
भरमाभुत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
Sukoon
*सुविचरण*
*सुविचरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आराधना
आराधना
Kanchan Khanna
2652.पूर्णिका
2652.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
स्कूल जाना है
स्कूल जाना है
SHAMA PARVEEN
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
Er. Sanjay Shrivastava
15. गिरेबान
15. गिरेबान
Rajeev Dutta
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
खेल खिलौने वो बचपन के
खेल खिलौने वो बचपन के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैं धरा सी
मैं धरा सी
Surinder blackpen
रुकना हमारा काम नहीं...
रुकना हमारा काम नहीं...
AMRESH KUMAR VERMA
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
!! चमन का सिपाही !!
!! चमन का सिपाही !!
Chunnu Lal Gupta
"जुबांँ की बातें "
Yogendra Chaturwedi
Loading...