Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

जिया ना जाए तेरे बिन

तेरी यादों में बीते दिन, रात बीते तारे गिन – गिन
जिया ना जाए जिया ना जाए, जिया ना जाए तेरे बिन।

मैं तो बस रही हु, तू मेरी रास्ता
तू ही तो एक वजह है, मैं जो लिखा दस्ता
अलग हो समां,हम मिलेंगे जहां
ये कहूं मैं किसे और कही तेरे बिन।
जिया ना …………………………

मैं तेरा आशिक हु, तू मेरी आशिकी
तू मेरी धड़कन ही, तू ही मेरी जिंदगी
ना होना जुदा है कसम प्यार की
यार कैसे रहेंगे कही तेरे बिन।
जिया ना ………………………..

✍️ बसंत भगवान राय

Language: Hindi
216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Basant Bhagawan Roy
View all
You may also like:
* धन्य अयोध्याधाम है *
* धन्य अयोध्याधाम है *
surenderpal vaidya
*बस एक बार*
*बस एक बार*
Shashi kala vyas
चाकरी (मैथिली हाइकु)
चाकरी (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जब तक साँसें देह में,
जब तक साँसें देह में,
sushil sarna
पिता
पिता
Dr. Rajeev Jain
संवेदनायें
संवेदनायें
Dr.Pratibha Prakash
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
3901.💐 *पूर्णिका* 💐
3901.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भोर के ओस!
भोर के ओस!
कविता झा ‘गीत’
*सच्चा दोस्त*
*सच्चा दोस्त*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
World Environmental Day
World Environmental Day
Tushar Jagawat
मां कूष्मांडा
मां कूष्मांडा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*चंदा (बाल कविता)*
*चंदा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हम मुस्कुराते हैं...
हम मुस्कुराते हैं...
हिमांशु Kulshrestha
हार मैं मानू नहीं
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
गम ऐ जोन्दगी
गम ऐ जोन्दगी
Ram Babu Mandal
"याद के काबिल"
Dr. Kishan tandon kranti
सविधान दिवस
सविधान दिवस
Ranjeet kumar patre
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
Anil chobisa
साल भर पहले
साल भर पहले
ruby kumari
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती,
इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय*
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...