Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2024 · 1 min read

जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ

*जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ
शक्सियत मेरी मिट्टी ही सही
अपने विचारों के माध्यम से
आप सबके दिलों में जगह
बनाने की भरकस कोशिश करती हूं*…
सफर पर हूं जिन्दगी के
सफर में अच्छी यादों का
सिलसिला तैयार कर रही हूं
कुछ कीमती अमूल्य चीजें
बटोर रही हूँ…
लौटते वक्त मन खुश हो
ह्रदय प्रफुल्लित हो
इसलिए अच्छा ही बस अच्छा व्यवहार
कर रही हूँ… कारवां बेहतरीन हो
सबको खुशियों की सौगात दे रही हूँ
सफर से लौट जाने पर..
कुछ खोया, बहुत कुछ पाया सोचकर
लोगों के चेहरे पर मुस्कराहट आये
बस कुछ ऐसे ही शौकों की चाह रखती हूँ।।

Language: Hindi
1 Like · 46 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ritu Asooja
View all
You may also like:
सफर की यादें
सफर की यादें
Pratibha Pandey
***दिव्यांग नही दिव्य***
***दिव्यांग नही दिव्य***
Kavita Chouhan
मुराद अपनी कोई अगर नहीं हो पूरी
मुराद अपनी कोई अगर नहीं हो पूरी
gurudeenverma198
4477.*पूर्णिका*
4477.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चला मुरारी हीरो बनने ....
चला मुरारी हीरो बनने ....
Abasaheb Sarjerao Mhaske
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
मैं मासूम
मैं मासूम "परिंदा" हूँ..!!
पंकज परिंदा
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
Mere papa
Mere papa
Aisha Mohan
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
*संवेदनाओं का अन्तर्घट*
Manishi Sinha
*साइकिल (बाल कविता)*
*साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
VINOD CHAUHAN
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"पेंसिल और कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
बुंदेली दोहे- नतैत (रिश्तेदार)
बुंदेली दोहे- नतैत (रिश्तेदार)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
हरियाली तीज....
हरियाली तीज....
Harminder Kaur
घमंड
घमंड
Adha Deshwal
एकांत
एकांत
Akshay patel
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम "नवल" हरदम ।
शेखर सिंह
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
Dhirendra Singh
"Radiance of Purity"
Manisha Manjari
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गंगा- सेवा के दस दिन (छठा दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (छठा दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
Loading...