“जिन्दगी”
दर्द ने हंस कर कहा मुझसे
एक दिन तुझे जिंदगी से रूठना होगा
चाहे कितना भी लड़ ले तू मुझसे
पर एक दिन तुझे टूटना होगा.
तेरी कोशिशे बेकार है
तेरे सपने निराधार है
मेरी ताकत के आगे
तेरी जिद लाचार है.
तू नही सह पायेगी मुझे
जब मैं हद से गुजर जाऊंगा
रूह काँप उठेगी तेरी
जब मैं अपना कहर ढ़ाउंगा.
कोई ना देगा तेरा साथ
तेरे अपने छोड़ देंगे तेरा हाथ
तब तू कैसे सांस ले पायेगी
कुछ भी कर तेरी आस टूट ही जाएगी
©निधि…