जिन्दगी से प्यार करना।
जिन्दगी से प्यार करना।
मन न मैला यार करना।
प्रीत का श्रृंगार करना।
हर दिवस त्योहार करना।
स्वर्ग-सा संसार करना।
सत्य का जयकार करना
झूठ का प्रतिकार करना।
शुद्ध निज संस्कार करना।
प्रेम से व्यवहार करना।
तुम न अत्याचार करना।
जीव का सत्कार करना।
दीन पर उपकार करना।
पंख का विस्तार करना।
स्वप्न को साकार करना।
नित नया अवतार करना।
मुश्किलों को पार करना।
वक्त मत बेकार करना।
सब हदों को पार करना।
पर नहीं तकरार करना।
भूल को स्वीकार करना।
तेज तुम तलवार करना।
दुश्मनों पर वार करना।
लौह को भी क्षार करना।
दुष्ट का संहार करना।
-लक्ष्मी सिंह