Posts Tag: Writing Challenge 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 22 May 2024 · 1 min read अभिव्यक्ति उर भावना अनुभूतियों का भान होता है, अभिव्यक्त कर पाना कहाँ आसान होता है । संवेदनाएं भावनाएं मूकदर्शक बन, आधात सहते पथ पथिक नादान होता है। संवाद सुन अंतर छुपा... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 3 1 157 Share लक्ष्मी सिंह 22 May 2024 · 1 min read फकीरी/दीवानों की हस्ती अलग रंग है अलग ढ़ंग है, दीवानों की हस्ती में। जिन्दादिली से ज़िंदगी हम, काट रहें हैं मस्ती में। हुआ मुक्त सारे बंधन से,पर हित में अर्पित जीवन, समय सहारे... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 3 1 177 Share लक्ष्मी सिंह 22 May 2024 · 1 min read रोटी एक रोटी फूल-सी, फूली हुई जो आग। आग में जिसको पकाने, से लगे कुछ दाग। एक रोटी गोल, थाली से रही है झाँक। चाँद-सी सूरत सलोनी, पर दिये तिल टाँक।... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 4 2 175 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read तुम प्रेम सदा सबसे करना । तुम प्रेम सदा सबसे करना । मत द्वेष कभी मन में रखना। हम तो प्रभु के प्रिय बालक हैं। प्रभु ही सब के प्रति पालक हैं। सब में भगवान सदा... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 3 1 167 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read चलो चलें कश्मीर घूमने चलो चलें कश्मीर घूमने, शिमला नैनीताल नहीं। इस धरती का स्वर्गं यहीँ है, इसकी कहीं मिसाल नहीं। शांत सुखद बर्फीली घाटी,लगे देव की मूरत है। जहाँ फिजा में प्रेम घुला... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 187 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read राह कोई नयी-सी बनाते चलो। राह कोई नयी-सी बनाते चलो। दूरियाँ मंजिलों की मिटाते चलो। जिंदगी में खुशी के कभी फूल हैं। तो कभी कष्टदायी कई शूल हैं। शूल को भी गले से लगाते चलो।... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 121 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read कोरोना विकट है कोरोना का ज्वार| मचा है जग में हाहाकार|| सभी के संकट में है प्राण| नहीं मिलता है इससे त्राण| वाइरस का ऐसा संचार| मचा है जग में हाहाकार||... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 128 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read अतिथि अतिथि बनकर आये भगवान, करें हम अभिनंदन, गुणगान| सुमन भावों का करती दान, नहीं इससे बढ़कर अनुदान | पधारे हैं यहाँ मेहमान, बनाईं मीठा-सा पकवान| सभी मिलजुल करिये जलपान, नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 145 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read कठिनाइयाँ डरा रही है कठिनाइयाँ डरा रही है मत पिघला चट्टान को। काँप उठा फिर गगन रोके ना कोई अरमान को। रूकना ही नहीं, थकना ही नहीं, झुकना ही नहीं, अभी और हवा देगे... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 137 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read शब्द रंगोंली गम खुशियों की खेले होली। शब्दों से बनती रंगोली। कभी हृदय में शूल चुभातें , कभी कर्ण में मिश्री घोली। अंतर मन को छलनी कर दे, जब चलती शब्दों की... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 125 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read जनता कर्फ्यू रोग भयानक कोरोना का, मचा रहा जग में उत्पात| त्राहि-त्राहि है जनमानस में, बिगड़े है सबके हालात| मंदिर-मस्जिद चर्च दुकानें, बंद हुए सारे बाज़ार, विद्यालय, कॉलेज,सब ऑफिस,बंद सभी हैं यातायात|... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 143 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read समय/काल लौट कर आता नहीं है काल। ये नहीं ठहरा न बदली चाल। वक्त होता है बड़ा बलवान, खींच लेता ये सभी की खाल। घूमता है चक्र करता न्याय, कर्म के... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 153 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read दीप ऐसा जले दीप ऐसा जले हर तरफ ज्ञान का। दूर हो कष्ट हर एक इंसान का। स्वर्ग भी सिर झुकाता रहा है वहाँ, भावना नित्य रहता जहाँ दान का। प्रेम से है... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 159 Share लक्ष्मी सिंह 8 May 2024 · 1 min read रखो भावना श्रेष्ठ रखो भावना श्रेष्ठ, मनुज व्यवहार का । करो हमेशा कर्म,जगत उपकार का।। करो सदा सहयोग,जरूरत मंद का, हाथ थामना दीन,दुखी लाचार का।। जला ज्ञान का दीप,अँधेरा दूर कर, मिट जायेगा... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 167 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read पूर्ण विराग। माया ममता मोह मद,सभी सुखों को त्याग । वही कृष्ण बनता मनुज, जिसमें पूर्ण विराग। पग में बंधन मोह का,और सत्य की प्यास, फँसा हुआ कुरुक्षेत्र में,खेल रहा है फाग... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 106 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read आज खुशी भर जीवन में। दुखमय जीवन को बहला कर, आज खुशी भर जीवन में। क्षण भर आहत विश्व हँसा कर, पुष्प खिला अपने मन में। पल-पल स्वप्न भरें पलकों पर, झूल रहे सुख सागर... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 1 97 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read जिन्दगी से प्यार करना। जिन्दगी से प्यार करना। मन न मैला यार करना। प्रीत का श्रृंगार करना। हर दिवस त्योहार करना। स्वर्ग-सा संसार करना। सत्य का जयकार करना झूठ का प्रतिकार करना। शुद्ध निज... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 2 107 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read मर्यादा मर्यादा में जीवन जीना,जीवन शोभायमान है। बिम्बित हो मानस अंबर में,नव किरण स्वर्ण समान है। संयम,नित्य-नियम अपनाता, जो खुद पर रखता वश है। युगों-युगों तक याद करें जग, चहुँ दिश... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 97 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read मानवता मानव जन्म मिला है हमको, मानवता अपनाना है। देवों को दुर्लभ काया से, कुछ तो लाभ उठाना है। जो है जग में दीन-हीन अति,दुख से हो जिसका नाता । दुखी,पतित,पीड़ित,अनाथ... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 2 164 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read ख्वाब उसी के पूरे होते ख्वाब उसी के पूरे होते, जो श्रम को अपनाता है। गगन नापने की खातिर निज, पंखों को फैलाता है। बहुत कीमती सपने सारे, कीमत जिसने जानी है। चीर दिया पत्थर... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 2 120 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read करोगे श्रम मनुज जितना करोगे श्रम मनुज जितना, बदन पाशान होता है । मिलेगी मुश्किलें जितनी,मगज में जान होता है। उन्हीं को मंजिलें मिलती,रगों में जो जुनूँ रखता, बना फौलाद-सी बाँहें,जिगर बलवान होता है... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 2 2 174 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read कर्म कर्म दैविक रूप है, तो कर्म ही आकार है। कर्म दैविक संपदा है ,मुक्तियों का द्वार है। कर्म जो भी श्रेष्ठ करता, ईश का अवतार है। कर्म से जीवन जगत... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 125 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read भाग्य विधा ऐसी नहीं कोई, पढ़े जो भाग्य का लेखा। मनुज के हाथ में होती, मनुज के हाथ की रेखा।। करोगे कर्म जैसा तुम, बनेगी भाग्य की रेखा। खुदा के पास... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 132 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read कविता भावना के फूल खिलते,तब कहीं कविता बने। तूलिका से भाव बह कर, काव्य की सरिता बने। जब हृदय में ताप बढ़ती, दर्द की बौछार हो। दर्द जब हद से बढ़े... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 135 Share लक्ष्मी सिंह 7 May 2024 · 1 min read सरस्वती वंदना हे शारदे !वरदायनी माँ! कर कृपा वरदान दो। हे मात! वीणावादिनी माँ! दिव्यता का ज्ञान दो। हे भगवती!जगदम्बिका माँ! वत्सला कमलासना। सविनय निवेदित वंदना माँ! कर रहें नित प्रार्थना। हे... Poetry Writing Challenge-3 · Writing Challenge 1 220 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read समय - समय की बात है समय – समय की बात है। कभी मैं उनसे कभी वो मुझसे रूठ जाते हैं, वर्षों तक चलने वाले नाते यूँ एक पल में टूट जाते हैं, कभी उनसे मिलने... Poetry Writing Challenge · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · समय 2 169 Share बदनाम बनारसी 22 May 2023 · 1 min read भोजपुरी गीत जब से मिलल बाटे तोहसे नयनवा, हमहू भुलाइल बांटी सुखवा चैनवा। गोरी तोहरा प्यार में, जागी दिन रात हो कहिया तू अईबु गोरी, कब होई बात हो। तोहरे से जीनगी... Poetry Writing Challenge · Writing Challenge · कविता · गीत · भोजपुरी गीत · हमार बोली 315 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है, तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है।। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... Poetry Writing Challenge · Daily Writing Challenge · Kavita Maa Par · Writing Challenge · कविता 1 267 Share बदनाम बनारसी 14 May 2023 · 1 min read कुछ तो बात है उसमें कुछ तो बात है उसमें, वो जाने क्या कर गयी। था भरी महफिल में मैं अब तक वो इक पल में तन्हा कर गयी।। कौन है वो जो इस दिल... Poetry Writing Challenge · Poetry Poetrycommunity · Writing Challenge · कविता · मुक्तक · ये उन दिनों की बात है 2 192 Share