जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश्यकता होती है, और वो धैर्य किसी को सुनने के लिए, समझने के लिए, कुछ पढने के लिए या फिर कुछ कहने के लिए और सबसे बडी बात की बुरे हालात मे अच्छे की उम्मीद के लिए धैर्य बहुत जरूरी होता है
दुनिया अपने दर्द से ज्यादा इस बात से दुःखी है की उनको सुनने और समझने वाला कोई नहीं है अगर गलती से जो सुनता भी है या समझता है वो पुरी सुने बिना आधी बात को सुन के आधे पे अपना खुद का फैसला दे देता है या फिर ध्यान देता ही नहीं फैसले या राय तो अपने मुँह से देना है न, दे दो वाली फितरत है
खैर ऐसे समाज मे दर्दों को समेट लेना ही उचित रहता क्योकी कोई सुनने वाला है नहीं और अगर कोई सुन रहा है तो क्या वो उसपे ध्यान दे रहा है ये वाला मुद्दा भी बनता है….
तो अगर आपकों अपना दुःख अपनी बात किसी से शेयर करनी हो तो धैर्यवान को चुने ना की पसंदीदा व्यक्ति को जिसमे तुम्हे सुनने की शक्ति ही ना हो….
ये बात मेरे पे, आप पे और सब पे अप्लाई होता है