जिन्दगी एक दरिया है
जिन्दगी एक दरिया है
जिसे बहते हुए जाना है।
कभी इसमे आते है
गमों से भरे हुए पल
और कभी आते खुशियों के पल।
कभी आँखे सुन्दर सा ख्वाब सजाता है,
और कभी कोई ख्वाब के टूटकर
आँखो से आँसु बनकर बह जाता है।
कभी लहराने के लिए जिंदगी
खुला आसमान दे देता है
और कभी पैरों मे जंजीरे बाँध
हिलने तक नही देता है।
कभी आपके अभिलाषा और आपके सपने
पल भर मे ही पुरा कर जाता है
और कभी ताउम्र लग जाते है
छोटी सी ख्वाहिश के पुरा होने इंतजार मे।
कभी जिन्दगी कर्कश
आवाज के रूप मे आता है,
और कभी रागनी की मधुर
आवाज बनकर
जीवन मे मीठास भर जाता है।
कभी जिन्दगी अपनी वादियों मे
कई तरह के सुन्दर फूल खिला जाता है,
और कभी पतझर बनकर
जीवन को सुना कर जाता है
यह जिन्दगी रूपी दरिया
कहाँ कभी रूकता है।
कोई इसे पार कर जाता है।
कोई मझदार मे फँसा हुआ
किसी की मदद के इंतजार मे रह जाता है।
कोई हार मानकर इसी मे डूब जाता है
और अपनी जीवन बर्बाद कर लेता है।
यह जिन्दगी रूपी दरिया
हर समय हमारा इम्तिहान लेता है
हम तैराक कैसे है।
अनामिका