जिंदगी
लिखूंगा तेरे नाम का एक खत
जरा एक पन्ना तो बेटर लेने दे!…
कलम की स्याही सूख गई मेरी
जरा आंसुओं से भिगो तो लेने दे!…
कही लिख ना दु तेरी बेवफाई
का अफसाना ए जिंदगी मेरी
जरा मुझे तू गुलजार तो होने दे!…
लेखक:- उमेश बैरवा
लिखूंगा तेरे नाम का एक खत
जरा एक पन्ना तो बेटर लेने दे!…
कलम की स्याही सूख गई मेरी
जरा आंसुओं से भिगो तो लेने दे!…
कही लिख ना दु तेरी बेवफाई
का अफसाना ए जिंदगी मेरी
जरा मुझे तू गुलजार तो होने दे!…
लेखक:- उमेश बैरवा