मुक्तक काव्य
जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो
किसी की भी भावनाओं की उड़ाई ना हो
जीवन में सुख समृद्धि मिलती रहे सब को
दुःख-दर्द से भरी किसी की दिनचर्या ना हो।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार
जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो
किसी की भी भावनाओं की उड़ाई ना हो
जीवन में सुख समृद्धि मिलती रहे सब को
दुःख-दर्द से भरी किसी की दिनचर्या ना हो।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार