जिंदगी में उसूल
दिनांक 30/3/19
है जिन्दगी
बहुत अनमोल
ईमान और मान की
न फैलाना पड़े
हाथ किसी के आगे
बनाओ ये उसूल
जिंदगी में
जियोगे जिन्दगी
गर उसोलों
मजबूत नींव
बनाओगे
नयी पीढ़ी
के लिए
करो दो पैसे मे से
एक खर्च
उसूल ये
न चढ़ने लेगा
कभी कर्ज
निभाओ रिश्ते
उसूलों से
न होगी खास
कभी खटास
कभी रिश्तों मे
आदमी के उसूल हैं
उसकी जिंदगी का
आयना
जैसा जियोगे
पाओगे वैसा
प्रतिफल
जिन्दगी में
सामने
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल