जिंदगी की शाम
हम खोए रहे जाने किन ख्यालों में,
और हमारी सारी उम्र गुजर गई ।
बढ़ा ना सके उनकी और दोस्ती का हाथ ,
इतने में जिंदगी की शाम हो गई।
हम खोए रहे जाने किन ख्यालों में,
और हमारी सारी उम्र गुजर गई ।
बढ़ा ना सके उनकी और दोस्ती का हाथ ,
इतने में जिंदगी की शाम हो गई।