जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
तुम कहाँ हो बता दो तुम क्यों आते नहीं
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
अंथियारा ही अंथियारा बस चारों तरफ
तुम जो आ जाओ तो ये देखते ही छंटे
तुम कहाँ हो बता दो तुम क्यों आते नहीं
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
अंथियारा ही अंथियारा बस चारों तरफ
तुम जो आ जाओ तो ये देखते ही छंटे