जिंदगी का उपवन महेकता हैं..
सभी के जीवन में,
एक सुवर्ण युग आता हैं…
जैसे अग्निमें तपकर सोना,
अपना अस्तित्व पाता हैं..!
तकलीफों से उभरकर,
जिंदगी का उपवन महेकता हैं..!
दिन-रात बिना रुके किए मेहनत रंग लाती हैं..!
उसकी रंगत से सारा जीवन चहकता हैं..!
धीरता, धैर्य और लगन, विश्वास को जिताता हैं..!
उमंग, उत्साह की बगियाँ चारोंतरफ खिलती हैं..!
अति उत्तम भाव के मोती से बनी माला,
अटूट एवं आकर्षक बन, ध्यान केंद्रित कराती हैं..!
वैसे.. ही जीवन की कश्ती,
जहांज बने जीवनमहासागर में तैर जाती हैं..!
जिसके जरिये कई जिंदगी की धारा बहती हैं…!!!!!