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16 Feb 2024 · 2 min read

जिंदगी और वक्त

जिंदगी में एक बात तो समझ में आई है की
आप भले ही कितने ही समझदार हो या आप कितने ही प्रेक्टिकल हो
कितना भी हर बात को अच्छे से समझते हो
कितने ही अच्छे जिम्मेदार इंसान हो
कितने ही पत्थर दिल हो
कितने ही ताकतवर हो
मगर
कभी कभी किसी इंसान की बातें
खास कर उस इंसान की जो की जिंदगी से जा चुका है
वो बाते अक्सर अचानक से उदास कर देती है
अचानक से कुछ टूटा हुआ सा महसूस होने लगता है
लगता है जैसे बहुत कुछ होते हुए भी कुछ नही है जीवन में
अचानक से गला भर आता है मगर किसी को कुछ बताने या समझाने के लिए हमारे पास शब्द नहीं होते की कैसे समझा पाए जो महसूस कर रहे है
उस वक्त लगता है की जी भर के रो लिया जाए तो एक बोझ जो की दिल में भरा हुआ है वो आंसू जो पलको तक आ गए मगर आंखो से निकल नही पाए उन तमाम आंशुओ को निकलने के लिए ठिकाना मिल जाए
लगता है की उस वक्त अगर वो इंसान जिसकी वजह से ये सब हो रहा है वो सामने आ जाएं और सिर्फ इतना सा पूछ ले की क्या हुआ कैसे उदास हो और अगर झूठ भी कह दूं कि ठीक हूं और वो ना माने की ठीक नही हो और जबरन हमसे वो सारी बाते जानना चाहे जो की हम दबा के बैठे
तो सच कहूं उस वक्त शब्द की जगह आंसू निकले और उससे लिपट कर किसी छोटे बच्चे की तरह रो पड़ूं और तब तक रोता रहूं जब तक की वो सारी बाते वो सारा बोझ हल्का ना हो जाए

इसे लिखते हुए आंसू निकल पड़े हैं 🥺🥲

Language: Hindi
83 Views

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