जिंदगी अजाब है ..
कुछ लोग जमाने में ऐसे भी होते हैं ,
जिनकी तबियत समझ नहीं आती ।
उम्र साथ रहने पर भी अंजान रहे ,
उनकी नियत समझ में नहीं आती ।
उनकी कथनी और करनी में फर्क है ,
मगर जाहिर कुछ हो ही नही पाती ।
कुछ भी गलत सा बोल भी देंगे वोह ,
मगर गलती अपनी नजर नहीं आती ।
खफा हो जाए गर वोह इन्हें फिजूल लगे,
अपने गिरेबां में झांकने की फुर्सत नहीं होती।
खुद बड़ी से बड़ी बात अपनी मामूली लगे ,
मगर गैर की मामूली बात भी बर्दाश्त नही होती ।
खुदा न करे ए अनु कभी वास्ता पड़े ऐसे लोगों से ,
ऐसे लोगों की सोहबत में जिंदगी अजाब बनकर है रह जाती ।