Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2024 · 1 min read

*जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार (गीत)*

जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार (गीत)
_______________________
जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार
1)
वोट डालने घर से निकले, वोट जाति को डाला
अपनी जाति दिखी बस सुंदर, चाहे जो घोटाला
जातिवाद के चक्कर में कब, है अच्छी सरकार
2)
अपनेपन का क्षुद्र दायरा, जातिवाद तक फैला
गले लगाते निजी जाति को, चाहे कितना मैला
रिश्ता ढूॅंढ़ा किया जाति पर, केवल तुच्छ विचार
3)
सभा और सम्मेलन सारे, हमें जाति के प्यारे
जातिवाद के लगते इनमें, सिर्फ संकुचित नारे
हमने कब सोचा यह इनसे, हुई देश की हार
जातिवाद ने किया देश का, पूरा बंटाधार
————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 114 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
"चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ता
रिश्ता
Santosh Shrivastava
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शीर्षक:-आप ही बदल गए।
शीर्षक:-आप ही बदल गए।
Pratibha Pandey
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
Ravi Prakash
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
Dr MusafiR BaithA
मेरे मरने के बाद
मेरे मरने के बाद
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
মহাদেবের কবিতা
মহাদেবের কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
12. घर का दरवाज़ा
12. घर का दरवाज़ा
Rajeev Dutta
कहां बैठे कोई , संग तेरे यूं दरिया निहार कर,
कहां बैठे कोई , संग तेरे यूं दरिया निहार कर,
shubham saroj
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
लोग कितनी आशा लगाकर यहाॅं आते हैं...
लोग कितनी आशा लगाकर यहाॅं आते हैं...
Ajit Kumar "Karn"
नौकरी (२)
नौकरी (२)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
महफ़िल मे किसी ने नाम लिया वर्ल्ड कप का,
महफ़िल मे किसी ने नाम लिया वर्ल्ड कप का,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मस्त बचपन
मस्त बचपन
surenderpal vaidya
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं तेरी हो गयी
मैं तेरी हो गयी
Adha Deshwal
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय*
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
स्वाभिमान की बात कर रहा,
स्वाभिमान की बात कर रहा,
Sanjay ' शून्य'
மழையின் சத்தத்தில்
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है।
वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
चल मनवा चलें.....!!
चल मनवा चलें.....!!
Kanchan Khanna
#'सजल' एक जीवन परिचय
#'सजल' एक जीवन परिचय
Radheshyam Khatik
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
छोटे दिल वाली दुनिया
छोटे दिल वाली दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...