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15 Jun 2021 · 1 min read

जागीर

समझ जरा तासीर तेरी ।
जिस्म नहीं जागीर तेरी ।
ठहरा एक रात के वास्ते ।
जात है राहगीर तेरी ।
…विवेक दुबे”निश्चल”..

Language: Hindi
1 Like · 309 Views
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