ज़िन्दगी के सफर में
क्या पता लौट कर फिर कब आयेंगे,
पर दिल में तेरे जगह बना कर जायेंगे,
ज़िन्दगी के सफर में ऐ राह ए हमसफर,
कब कहाँ और कैसे मिलेंगे कह ना पायेंगे |
क्या पता लौट कर फिर कब आयेंगे,
पर दिल में तेरे जगह बना कर जायेंगे,
ज़िन्दगी के सफर में ऐ राह ए हमसफर,
कब कहाँ और कैसे मिलेंगे कह ना पायेंगे |