Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2023 · 1 min read

बरसात

चंद झीटे झिडक कहती मै बरसात हू!
आसाम,बिहार मे, मै ही भितरघात हू!!
नही इसमे दोष हमारा सब तेरी करनी
कोई नगर विन्यास मानदंड न पात हू!!
बेतरतीब सडक,बाध औ कालौनिया!
अगणित टन रेत मलबे की सौगात हू!!
उथले हो गए सब नदिया,नाले,पोखर!
फिर कहा समायोजित जल प्रपात हू!!
प्रति वर्ष बाढ आपदा प्रबंधन पर खर्च,
पर नदियो के उथले होने का उत्पात हू!!

Language: Hindi
1 Like · 522 Views
Books from Bodhisatva kastooriya
View all

You may also like these posts

मैं होता डी एम
मैं होता डी एम"
Satish Srijan
शरारत – कहानी
शरारत – कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🙅FACT🙅
🙅FACT🙅
*प्रणय*
बांटेगा मुस्कान
बांटेगा मुस्कान
RAMESH SHARMA
छठ का शुभ त्यौहार
छठ का शुभ त्यौहार
surenderpal vaidya
अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार।
अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
shabina. Naaz
नशा त्याग दो
नशा त्याग दो
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
उदास हूं मैं आज।
उदास हूं मैं आज।
Sonit Parjapati
सजल
सजल
seema sharma
"रूहों के सफर में"
Dr. Kishan tandon kranti
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
पिता
पिता
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
Kajal Singh
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
बाजार री चमक धमक
बाजार री चमक धमक
लक्की सिंह चौहान
उधारी
उधारी
Sandeep Pande
क्यों
क्यों
Ragini Kumari
मेरे राम
मेरे राम
Sudhir srivastava
मुझसे गुस्सा होकर
मुझसे गुस्सा होकर
Mr.Aksharjeet
तुम्हारी बातें
तुम्हारी बातें
Jyoti Roshni
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,
Sahil Ahmad
गुरूर  ना  करो  ऐ  साहिब
गुरूर ना करो ऐ साहिब
Neelofar Khan
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
Niharika Verma
कब आओगे ? ( खुदा को सदाएं देता एक गमगीन दिल ...)
कब आओगे ? ( खुदा को सदाएं देता एक गमगीन दिल ...)
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...