Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2022 · 1 min read

ज़िंदगी तुझसे इतना तो निभा ही देंगे

ज़िंदगी तुझसे इतना तो निभा ही देंगे।
अपने होने की हम खुद ही गवाही देंगे ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
*डूबतों को मिलता किनारा नहीं*
*डूबतों को मिलता किनारा नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
सद्गुरु
सद्गुरु
अवध किशोर 'अवधू'
असली जीत
असली जीत
पूर्वार्थ
लड़ो लड़ाई दीन की
लड़ो लड़ाई दीन की
विनोद सिल्ला
नज़र
नज़र
Shyam Sundar Subramanian
चाहत/ प्रेम
चाहत/ प्रेम
Sanjay ' शून्य'
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
Manoj Mahato
3460🌷 *पूर्णिका* 🌷
3460🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए
मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए
आकाश महेशपुरी
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Santosh kumar Miri
राह मुश्किल हो चाहे आसां हो
राह मुश्किल हो चाहे आसां हो
Shweta Soni
😊सनातन मान्यता😊
😊सनातन मान्यता😊
*प्रणय*
औरत हूँ मै!
औरत हूँ मै!
RISHIKA
एकांत में रहता हूँ बेशक
एकांत में रहता हूँ बेशक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
हमसफर की आहट
हमसफर की आहट
Shutisha Rajput
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
ज़िम्मेदारी उठाने की बात थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
हर तरफ से जख्म खाए है
हर तरफ से जख्म खाए है
$úDhÁ MãÚ₹Yá
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
Ajit Kumar "Karn"
इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां
इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां
Roopali Sharma
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
Dr Archana Gupta
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
‘प्रकृति से सीख’
‘प्रकृति से सीख’
Vivek Mishra
*कक्षा पांचवीं (संस्मरण)*
*कक्षा पांचवीं (संस्मरण)*
Pankaj Bindas
जीवन को सफल बनाने का तीन सूत्र : श्रम, लगन और त्याग ।
जीवन को सफल बनाने का तीन सूत्र : श्रम, लगन और त्याग ।
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
वंशवाद का भूत
वंशवाद का भूत
RAMESH SHARMA
Loading...