Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2022 · 1 min read

ज़रूरी थोड़ी है

जो सच्चा है अच्छा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है
यानी अच्छा सच्चा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

जाने कितनी सोचों का है मरकज़ इंसानों का दिमाग़
जो तन्हा है तन्हा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

ख़ूब तबीबों ने कर ली है आज तरक़्क़ी, लेकिन सच
हर इक मरज़ का नुस्ख़ा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

कुन-फ़यकून के जादू को तो एक ख़ुदा ही जाने बस
राज ख़ुदा का इफ़्शा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

इश्क़ की पेटी में ग़म ज़िल्लत ख़लवत कसक सभी मिलते
लेकिन वस्ल का सिक्का भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

मेरी मोहब्ब्त तेरी दुल्हन हो बैठी लेकिन तेरा
रूह पे उसकी क़ब्ज़ा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

राँझे मजनूँ जैसी शोहरत सब पाएँ, यह नामुमकिन
सब के इश्क़ का चर्चा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

बह्र से ख़ारिज है हर मिसरा कहने वाले सुन ले तू
‘इल्म-ए-‘अरूज़ में पुख़्ता भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

सिगरेट के कश भर-भर कर तो साहिल ग़ज़लें हो जाएँ
लेकिन सब में मक़्ता’ भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है

463 Views

You may also like these posts

छलने लगे हैं लोग
छलने लगे हैं लोग
आकाश महेशपुरी
राम जीवन मंत्र है
राम जीवन मंत्र है
Sudhir srivastava
22. *कितना आसान है*
22. *कितना आसान है*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कुछ हाथ भी ना आया
कुछ हाथ भी ना आया
Dalveer Singh
अंगूठी
अंगूठी
seema sharma
😢काहे की गुड-मॉर्निंग?😢
😢काहे की गुड-मॉर्निंग?😢
*प्रणय*
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
*कहॉं गए वे लोग जगत में, पर-उपकारी होते थे (गीत)*
Ravi Prakash
हस्ताक्षर
हस्ताक्षर
इंजी. संजय श्रीवास्तव
3186.*पूर्णिका*
3186.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन एक संघर्ष ही तो है
जीवन एक संघर्ष ही तो है
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हाँ, ये सच है
हाँ, ये सच है
हिमांशु Kulshrestha
नज़्म - चांद हथेली में
नज़्म - चांद हथेली में
Awadhesh Singh
जब साँसों का देह से,
जब साँसों का देह से,
sushil sarna
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
"अफवाहें "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रीत हमारी हो
प्रीत हमारी हो
singh kunwar sarvendra vikram
“शिक्षा के दीपक”
“शिक्षा के दीपक”
Yogendra Chaturwedi
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
पंकज परिंदा
जन्मपत्री
जन्मपत्री
Dr MusafiR BaithA
प्रेम के बाजार में
प्रेम के बाजार में
Harinarayan Tanha
एक रुबाई...
एक रुबाई...
आर.एस. 'प्रीतम'
गुलाम और मालिक
गुलाम और मालिक
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
time
time
पूर्वार्थ
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
Ranjeet kumar patre
एक अकेला रिश्ता
एक अकेला रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*प्रेम बूँद से जियरा भरता*
*प्रेम बूँद से जियरा भरता*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
Monika Arora
Loading...