ज़रूरतमंद की मदद
कर मदद उसकी
दिल से दुआ मिलेगी
देखकर मुस्कुराता उसको
जीने की वजह मिलेगी
है हताश वो ज़िंदगी से
लुट गया है सबकुछ उसका
छोड़ दी है अब आस उसने
अब तू ही बन जा सहारा उसका
कूड़े के ढेर में ढूँढ रहा कुछ
गली के कुत्तों से भिड़ रहा है
देखो क्या हो गई हालत उसकी
कहाँ जाकर ख़ाना ढूँढ रहा है
लाज़मी है ये आंसू
उसकी आँखों में आज
मिलना चाहिए कोई तो
इन आंसुओं को पोंछ दे आज
उसके बिखरे बाल, फटे कपड़े
कर रहे है बयान हालत उसकी
बढ़ा मदद का हाथ, है सही समय
संवर जाएगी तक़दीर उसकी
उजड़ी ज़िंदगी को बसाना
है सबसे पुण्य का कर्म यारों
है नहीं मदद ये एक शक्स की
पूरे परिवार का भविष्य संवर जाएगा यारों
न चार धाम, न ही हज
जाने की ज़रूरत पड़ेगी तुमको
उस शक्स की ही नहीं
रब की भी दुआ मिलेगी तुमको।