जहॉ पसरा हो मेरा नाम
आओ सौंप दूं तुम्हे अपनी हसरते अपने अरमान अपने सपने अपना मकाम
बस तुम लिख दो अपनी हथेली कुछ ऐसा पैगाम
जहॉ पसरा हो सिर्फ मेरा नाम
मेरी चाहते .मेरी इनायते ..मेरे जज्बात .मेरे खयालात
सब तुम्हारे नाम करती हूं
अपनी मुहब्बत का ऐलान सरेआम करती हूं
बस तुम अपनी नजरे इनायत कर लो
अपने ख्वाबों मे मेरी तस्वीर भर लो
तमाम खुशियों से मेरी तकदीर भर दो …
बेपनाह मुहब्बत की तामील कर दो .