Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2024 · 1 min read

जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं

जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं,
खामोश रहना है, वहीं मुंह खोल जाते हैं।

किसी सैनिक का सर कटा तो नहीं बोलता है कोई, पर किसी फिल्म का कोई दृश्य कटा तो सारे बोल जाते हैं।

बहन बेटी का आंचल किसी ने किया मैला तो कोई नहीं बोला, मगर किसी अमीर के कपड़े हुए खराब तो हैसियत तोल जाते हैं।

आजकल के बच्चे सबकी सुनते हैं लेकिन मां बाप कुछ कहें तो मुंह खोल जाते हैं।

बना लेते हैं जग भर में रिश्ता हम,
और घर में अगर जरूरत हो तो रिश्ते डोल जाते हैं।

5 Likes · 2 Comments · 108 Views

You may also like these posts

तपकर
तपकर
manjula chauhan
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
ज़िंदगी कच्ची है सब जानते हैं
Sonam Puneet Dubey
स्त्री मन
स्त्री मन
Vibha Jain
रामपुर में काका हाथरसी नाइट
रामपुर में काका हाथरसी नाइट
Ravi Prakash
सलेक्ट होलें कउआ
सलेक्ट होलें कउआ
अवध किशोर 'अवधू'
पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा,
पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
हकीकत से रूबरू हो चुके हैं, अब कोई ख़्वाब सजाना नहीं है।
हकीकत से रूबरू हो चुके हैं, अब कोई ख़्वाब सजाना नहीं है।
अनिल "आदर्श"
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
sp150 नहीं कोई सर्वज्ञ
sp150 नहीं कोई सर्वज्ञ
Manoj Shrivastava
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
आदमी की जिंदगी
आदमी की जिंदगी
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सत्य कुमार प्रेमी
ये बहाव भी जरूरी है,ये ठहराव भी जरूरी है,जरूरी नहीं ये धूप ह
ये बहाव भी जरूरी है,ये ठहराव भी जरूरी है,जरूरी नहीं ये धूप ह
पूर्वार्थ
" प्रेम का अन्त "
Dr. Kishan tandon kranti
मंथन
मंथन
Shyam Sundar Subramanian
****उज्जवल रवि****
****उज्जवल रवि****
Kavita Chouhan
कर्म योग: मार्ग और महत्व। ~ रविकेश झा।
कर्म योग: मार्ग और महत्व। ~ रविकेश झा।
Ravikesh Jha
আমার মৃত্যু
আমার মৃত্যু
Arghyadeep Chakraborty
* दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम *
* दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
"बरखा रानी..!"
Prabhudayal Raniwal
■ आज का क़तआ (मुक्तक) 😘😘
■ आज का क़तआ (मुक्तक) 😘😘
*प्रणय*
5) दुआ
5) दुआ
नेहा शर्मा 'नेह'
तालाब समंदर हो रहा है....
तालाब समंदर हो रहा है....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ग़रीबी तो बचपन छीन लेती है
ग़रीबी तो बचपन छीन लेती है
नूरफातिमा खातून नूरी
आंखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
आंखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
Slok maurya "umang"
मेरा भारत जिंदाबाद
मेरा भारत जिंदाबाद
Satish Srijan
There are few moments,
There are few moments,
Sakshi Tripathi
छुप छुपकर मोहब्बत का इज़हार करते हैं,
छुप छुपकर मोहब्बत का इज़हार करते हैं,
Phool gufran
Loading...