जहाँ में प्यार जो कर जाते हैं……………….
जहाँ में प्यार जो कर जाते हैं
पीकर दर्द संवर जाते हैं
ख़ाली ज़रा जब होते हैं हम
तेरी याद से भर जाते हैं
दरिया-ए-मोहब्बत ठहर ज़रा
हम तेरे साथ उतर जाते हैं
मैंने सुना है गिरने वाले
होश रहते भी गिर जाते हैं
कुछ इस तरह ज़िंदा हैं हम के
साँस लेते हैं मर जाते हैं
जब भी कभी होती है बारिश
आँसू आँख में भर जाते हैं
छलक जाते हैं पैमाने वो
जो लबों को छूकर जाते हैं
यूँ निकल गये आगे से मेरे
जैसे अंजान गुज़र जाते हैं
–सुरेश सांगवान’सरु’