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2 Oct 2020 · 1 min read

जहाँ में इश्क़ का चर्चा हुआ है

जहाँ में इश्क़ का चर्चा हुआ है
कभी ग़र इश्क़ पर पहरा हुआ है

तपन इसमें हुई है आज फिर से
मेरा दिल आज फिर सहरा हुआ है

किसी के काम आयेगा न अब दिल
अभी ये टूटकर बिखरा हुआ है

कहें इसको समुन्दर दर्द का क्या
अभी ये आँख में ठहरा हुआ है

ज़माने के सभी रस्ते हैं आसां
कठिन दिल का मगर रस्ता हुआ है

वफ़ा के नाम पर ‘आनन्द’ धोखा
वफ़ा के नाम पर सौदा हुआ है

– डॉ आनन्द किशोर

1 Like · 1 Comment · 178 Views
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