Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

जश्न मनाए आजादी का

आओ मिल जश्न मनाए आजादी का
आवश्यकता है मान रखे खादी का

सात दशक बीत चुके है स्वतंत्र हुए
जरा विचारिए कितने सीने छलनी हुए
आजाद , भगत , राजगुरु की कुर्बानी
बड़े हुए है सुन कर बुजुर्गों की जुबानी
इसलिए मान रखिए उनके लहू का
क्योंकि स्वर्ग बैठे देखे मोल उन्मादी का

आओ मिल जश्न मनाए आजादी का

विश्वपटल लहराया झण्डा शौर्य विजय का
ध्यान रखिए डिग न पाए ईमान ध्वज का
देखी है हमने पडोसियों की तानाशाही
वो भी मुँह की खा हो गये है धराशायी
इसलिए मान रखिए सब भारत माँ का
नहीं तो जीना मुश्किल होगा आबादी का

आओ मिल जश्न मनाए आजादी का

खुली हवा में सांस ले करे अपने मन की
अधिकारों को पाने की लालसा हो जन की
लोकतंत्र में हर किसी के लिए हो रोजगार
बस इसी में है अपनी स्वतंत्रता का सार
न हो फिर से गुलाम अपनी भारत माता
नहीं तो वतन की अपनी होगी बर्बादी

आओ मिल जश्न मनाए आजादी का

Language: Hindi
73 Likes · 2 Comments · 340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
"मलाईदार विभागों की खुली मांग और बिना शर्त समर्थन के दावे...
*प्रणय प्रभात*
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
I KNOW ...
I KNOW ...
SURYA PRAKASH SHARMA
*सर्वप्रिय मुकेश कुमार जी*
*सर्वप्रिय मुकेश कुमार जी*
Ravi Prakash
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गर जानना चाहते हो
गर जानना चाहते हो
SATPAL CHAUHAN
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
“अनोखी शादी” ( संस्मरण फौजी -मिथिला दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
ज़माना साथ होगा
ज़माना साथ होगा
Surinder blackpen
बेतरतीब
बेतरतीब
Dr. Kishan tandon kranti
मन तो मन है
मन तो मन है
Pratibha Pandey
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
Ranjeet kumar patre
यदि मेरी चाहत पे हकीकत का, इतना ही असर होता
यदि मेरी चाहत पे हकीकत का, इतना ही असर होता
Keshav kishor Kumar
3911.💐 *पूर्णिका* 💐
3911.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नाइजीरिया
नाइजीरिया
Shashi Mahajan
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल  सामने आने लगे हैं,
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल सामने आने लगे हैं,
Neelofar Khan
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
*Deep Sleep*
*Deep Sleep*
Poonam Matia
नहीं जरूरी जिंदगी,
नहीं जरूरी जिंदगी,
sushil sarna
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
कवि दीपक बवेजा
वक़्त दे रहा है उम्र की दस्तक ,
वक़्त दे रहा है उम्र की दस्तक ,
Dr fauzia Naseem shad
Success Story -3
Success Story -3
Piyush Goel
That's success
That's success
Otteri Selvakumar
खैर-ओ-खबर के लिए।
खैर-ओ-खबर के लिए।
Taj Mohammad
अहंकार
अहंकार
Bindesh kumar jha
इस दौलत इस शोहरत से सुकून
इस दौलत इस शोहरत से सुकून
VINOD CHAUHAN
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...