जश्न आजादी का
जश्न आजादी का अबके,
कुछ ऐसे मनाना है!
तिरंगा मात्र घरों पर नहीं,
दिलों में फहराना है!
जश्न आजादी का …….!!
मतवाला है देश हमारा,
मस्ताने हैं सब मौसम,
झूम के मस्ती में नाचेंगे,
आज भुला के सारे गम,
वीरों की स्मृति में शीश झुका,
अब श्रद्धा-सुमन चढ़ाना है!
जश्न आजादी का……!!
सदियों सुनते रहे हैं गाथा,
हम स्वर्णिम इतिहास की,
लिखनी है अब नयी कहानी,
नव निर्माण की, विकास की,
नव स्वप्नों से सजा नव राष्ट्र,
नव हिन्दुस्तान सजाना है!
जश्न आजादी का……!!
गीत अनगिनत गाये पुराने,
नया तराना आओ गायें,
जगा दें ऐसा जोश दिलों में,
मस्ती में मिलके लहरायें,
नये सुरों में फिर झूम-झूम कर,
वन्दे मातरम् दोहराना है!
जश्न आजादी का…….!!
तिरंगा मात्र घरों पर नहीं,
दिलों में फहराना है!
जश्न आजादी का……!!
रचनाकार :- कंचन खन्ना, कोठीवाल नगर,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- १५/०८/२०२१.