जल ही जीवन है
मैं जल हूँ मुझे बरबाद न करना
मेरे अस्तित्व पर प्रहार न करना
तरस जाओगे एक दिन भविष्य में
एक बूंद के लिए
मेरे एक-एक बूंद को
यूँ बरबाद न करना
मैं अभी अथाह हूँ
मिलता हूँ सागर में
एक दिन तुझे मैं मिलूँगा
सिर्फ गागर में
जिस रफ्तार से बहाते हो मुझे
तुम बेकार में
डाल देते हो कुड़ा-करकट
मेरे दामन में
प्रदुषित हो जाता हूँ मैं
बन जाता हूँ वाहक
मैं बिमारियों का
इस तरह तुम मुझे
सरे आम बदनाम न करो
मैं जल हूँ मुझे बरबाद न करो
प्रकृति के पाँच तत्वों में से
एक हूँ मैं
मेरे महत्व को यूँ
नजरअंदाज न करो
पूछो प्यासे से मेरी कीमत
जब तड़पता है एक बूंद के लिए
मिट जायेगा वजूद
जब मैं न रहूँगा
मेरे रहते हुए तुम
मेरे महत्व को पहचान लो
वरना कहीं देर न हो जाये
इससे पहले
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जल ही जीवन है
इसे यूँ बरबाद न करो ।